यात्रा:-
ब्रमहेश्वर महादेव जी की महाकुम्भ यात्रा 12 मार्च 2010 को 90 भगतो के जत्थे के साथ प्रारंभ हुए
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वहां पर जत्थे के कुछ लोग पहले ही पहुँच कर रात्रि व्यवस्था करते थे
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किसी भी बड़े फेसले लेने से पहले सभी आपस मे सलाह मशवरा कर ही फेसला लेते थे सभी लोग हररोज भजन कीर्तन करते थे सभी
करीब 12 बजे तक भजन कीर्तन करते थे
करीब 12 बजे तक भजन कीर्तन करते थे
भजन गा और सुन कर सभी अपने पुरे दिन की थकान को दूर करते थे
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ब्रह्मुरत मे अगले दिन की यात्रा आरम्भ करते थे
करीब 9 दिन के बाद कठिन यात्रा के बाद ब्रमहेश्वर महादेव जी हरिद्वार पहुँच गए
21 मार्च 2010 ब्रमहेश्वर महादेव जी हरिद्वार पहुँच गए जहाँ महाकुम्भ प्रशासन ने ब्रमहेश्वर महादेव जी का भव्य स्वागत किया............
जिस्हे देखने के लिए बहुत संख्या मे लोग इकठा हुए जिसने भी नज़ारा देखा बस देखता ही रह गया
बहुत ही दिलक्स नज़ारा था जिस्हे जिसने भी देखा वो उस्हे कभी नही भूल सकता
bharameswer mahadev साभार bhandari4u |
क्यूंकि आज से पहले ब्रमहेश्वर महादेव जी का महाकुम्भ शाही स्नान करीब 90 साल पहले हुआ था
महाकुम्भ शाही स्नान के बाद 22 मार्च 2010 को ब्रमहेश्वर महादेव जत्थे के साथ वापिस चले विभिन्न पडावो के बाद 31 मार्च 2010 को ब्रमहेश्वर महादेव जथे के साथ अपने भवन पहुंचे जहाँ जनता(भक्तो) ने ब्रमहेश्वर महादेव और जत्थे का जोरदार स्वागत किया दृश्य बहुत ही दिल को छूने वाला था क्यूंकि सभी की आंखे ख़ुशी से नम थी क्यूंकि इतने अन्तराल के बाद देवता साहिब वापिस लोटे इस उपलक्ष पर 31 /मार्च/2010 को विशाल भंडारे का आयोजन किया गया
ब्रमहेश्वर महादेव के बारे मे और अधिक जानने के लिए ब्लॉग पड़ते रहे
धन्यवाद
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